अपना घर खरीदना हर किसी का सपना होता है।
Vhindi.com का यह Home Loan EMI Calculator इस सपने को साकार करने में आपकी मदद करेगा।
Loan लेने से पहले यह जानना बहुत ज़रूरी है कि आपको हर महीने कितनी EMI देनी होगी। इस कैलकुलेटर से आप आसानी से अपने बजट के अनुसार Loan की प्लानिंग कर सकते हैं।
Home Loan EMI Calculator
EMI Calculator
Home Loan EMI Calculator का उपयोग कैसे करें? – How to use?
- Loan Amount: आपको बैंक से कितना होम लोन (Home Loan) चाहिए, वह राशि यहाँ डालें।
- Interest Rate: बैंक आपको लगभग कितने प्रतिशत (% P.A.) ब्याज दर (interest rate) पर लोन दे रहा है, वह डालें।
- Loan Tenure (in Years): आप कितने सालों के लिए लोन लेना चाहते हैं, वह अवधि यहाँ डालें (जैसे 20, 25, या 30 साल)
“Calculate” बटन दबाते ही आपको अपनी मासिक EMI, कुल ब्याज (total interest) और कुल भुगतान (total payment) की जानकारी मिल जाएगी।
यह Calculator क्यों ज़रूरी है? – Why is it important?
- Budget planning: आपको पता चलता है कि हर महीने आपकी जेब से कितने पैसे जाएंगे।
- Compare banks: आप अलग-अलग बैंकों के ब्याज दरों को डालकर देख सकते हैं कि कहाँ से लोन लेना सस्ता पड़ेगा।
- Choose the right term: आप देख सकते हैं कि लोन की अवधि कम या ज़्यादा करने से आपकी EMI पर क्या असर पड़ता है।
- Know the total cost: यह आपको लोन की असली लागत (कुल ब्याज) को समझने में मदद करता है।
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आप पुरानी टैक्स व्यवस्था के तहत मूलधन (Principal) पर Section 80C के तहत ₹1.5 लाख तक और ब्याज (Interest) पर Section 24(b) के तहत ₹2 लाख तक की छूट पा सकते हैं।
भारत में home loan की अवधि आमतौर पर 30 साल तक हो सकती है।
आपकी home loan eligibility आपकी महीने की salary, CIBIL score, और पहले से चल रही EMI पर निर्भर करती है। आमतौर पर, बैंक यह सुनिश्चित करते हैं कि आपकी कुल EMI आपकी महीने की salary के 40-50% से ज़्यादा न हो।
home loan के लिए 750 या उससे अधिक का CIBIL score बहुत अच्छा माना जाता है. अच्छा CIBIL score होने पर आपको कम ब्याज दर पर और जल्दी लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
Fixed Rate में आपकी EMI पूरी लोन अवधि के लिए एक जैसी रहती है। Floating Rate, RBI की नीतियों के अनुसार बदलती रहती है, जिससे आपकी EMI कम या ज़्यादा हो सकती है। ज़्यादातर लोग Floating Rate चुनते हैं क्योंकि यह आमतौर पर सस्ता होता है।
हाँ, आप अपने लोन का prepayment (समय से पहले भुगतान) कर सकते हैं। Floating Rate वाले home loan पर कोई prepayment penalty नहीं लगती है। ऐसा करने से आप लाखों रुपये का ब्याज बचा सकते हैं।
आपको आमतौर पर प्रॉपर्टी की कीमत का 10% से 20% तक Down Payment करना होता है। RBI के नियमों के अनुसार, बैंक प्रॉपर्टी की कीमत का 80-90% तक ही लोन दे सकते हैं।
EMI के अलावा, लोन की शुरुआत में एक Processing Fee लगती है, जो आमतौर पर लोन राशि का 0.5% से 1% तक होती है। लोन एग्रीमेंट को ध्यान से पढ़ें ताकि आपको सभी शुल्कों की जानकारी हो।
मुख्य रूप से आपको पहचान पत्र (PAN Card), पते का प्रमाण (Aadhaar Card), और आय का प्रमाण (पिछले 3-6 महीने की Salary Slips और Bank Statements)
की ज़रूरत होती है। इसके अलावा प्रॉपर्टी के कागजात भी देने होते हैं।
हाँ, आप अपने जीवनसाथी (spouse) या परिवार के करीबी सदस्यों के साथ मिलकर Joint Home Loan ले सकते हैं। ऐसा करने से आपकी लोन eligibility बढ़ जाती है और आप टैक्स बेनिफिट्स को भी दोनों लोग क्लेम कर सकते हैं।
EMI की गणना एक mathematical formula पर आधारित होती है जिसमें आपकी loan राशि (P), मासिक ब्याज दर (r), और महीनों में अवधि (n) का उपयोग किया जाता है। यह calculator इसी formula का उपयोग करके आपके लिए तुरंत सही EMI की गणना करता है।