कल्पना कीजिए, आप एक company के विषय में research करते हैं और उसके shares ख़रीद लेते हैं।
अब आप उस company से जुड़ी हर ख़बर पर अपनी नज़र रखते हैं। आपको हर वह article, video, और expert opinion अच्छा लगता है, जो यह कहता है कि यह stock भविष्य में multi-bagger बनेगा।
लेकिन, जैसे ही कोई negative report या बुरी ख़बर सामने आती है, आप उसे “fake news” या “short-term problem” कहकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं।
यदि आपको यह अनुभव जाना-पहचाना लग रहा है, तो आप अकेले नहीं हैं। आप Confirmation Bias नामक एक शक्तिशाली psychological trap के शिकार हैं।
यह हमारी सोचने की एक ऐसी त्रुटि(error) है, जो बड़े से बड़े investor से भी ग़लत financial decisions करा सकती है। आइये इस bias को गहराई से समझते हैं।
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Confirmation Bias क्या है? (What is Confirmation Bias?)

Investor psychology में Confirmation Bias एक ऐसी मानसिक प्रवृत्ति (mental tendency) है, जिसमें हम सिर्फ़ उसी जानकारी या information को खोजते, याद रखते और prioritize कर देते हैं, जो हमारे पहले से बने हुए विश्वासों या hypothisis का supports करती है।
इसके साथ ही, हम उन सभी information और data को अनदेखा कर देते हैं जो हमारे विश्वासों के against जाते हैं।
ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि हमारा दिमाग़ comfort चाहता है। एक नई या contradictory information को process करने में अतिरिक्त energy लगती है और यह हमारे “ego” को भी चोट पहुँचा सकती है। इसलिए, हम एक “echo chamber” बना लेते हैं जहाँ हमें सिर्फ़ वही सुनाई देता है जो हम सुनना चाहते हैं।
यह आदत जीवन के हर पहलू में होती है, लेकिन investing में इसकी क़ीमत बहुत बड़ी हो सकती है।
Investing में Confirmation Bias: यह कैसे काम करता है?
Investing की दुनिया में Confirmation Bias के अनेक उदाहरण देखने को मिलते हैं। इसको पहचानना ही इससे बचने की दिशा में पहला कदम है।
- Stock Picking: आपको लगता है कि एक विशेष IT stock भविष्य का star है। अब आप सिर्फ़ उन्हीं business news channels को देखेंगे या उन्हीं social media influencers को follow करेंगे, जो उस stock की प्रशंसा करते हैं। आप company की कमज़ोर balance sheet या बढ़ते competition जैसे “red flags” को पूरी तरह से अनदेखा कर देंगे।
dot-com bubble इसका एक क्लासिक example है, जहाँ लोगों ने सिर्फ़ टेक्नोलॉजी के भविष्य की positive कहानियों पर ध्यान दिया और कंपनियों के fundamentals को नज़रअंदाज़ कर दिया।
- Market Prediction: यदि आपको लगता है कि market में एक बड़ी तेज़ी (bull run) आने वाला है, तो आप सिर्फ़ positive economic data जैसे GDP growth और अच्छे corporate results, पर ही ध्यान देंगे। आप बढ़ती हुई महँगाई (inflation) या global tensions जैसी नकारात्मक ख़बरों को “temporary issues” मानेंगे।
Confirmation Bias Portfolio के लिए इतना ख़तरनाक क्यों है?

यह bias धीरे-धीरे आपके portfolio को अंदर से खोखला कर सकता है।
इसके कुछ बड़े ख़तरे इस प्रकार हैं:
- Creates a False Sense of Security: जब आप सिर्फ़ positive information से घिरे रहते हैं, तो आप overconfident हो जाते हैं। आपको लगने लगता है कि आपका निर्णय ग़लत हो ही नहीं सकता, जिसके कारण आप ज़रूरत से ज़्यादा risk लेने लगते हैं।
- Poor Diversification: Confirmation Bias के कारण आप किसी एक ही stock, sector या asset class के प्रति biased हो जाते हैं। आप अपना सारा पैसा उसी में लगा देते हैं, क्योंकि आपको उसके अतिरिक्त कुछ और बेहतर दिखाई नहीं देता। Diversification की यह कमी एक बहुत बड़ा ख़तरा है।
- Holding Losing Investments: शायद इसका सबसे बड़ा नुक़सान यह है कि आप ग़लत investments को समय पर बेच नहीं पाते। क्योंकि आपने शुरुआत में उसे अच्छा माना था, इसलिए आप उसे justify करने के लिए नए-नए arguments देते रहते हैं, जबकि उसकी value लगातार गिर रही होती है।
कैसे पहचानें कि आप इसके शिकार हो रहे हैं?-Simple Ways to Identify
अपने आप से कुछ simple सवाल पूछकर आप इस bias को पहचान सकते हैं:
- जब कोई आपके favorite stock की आलोचना करता है, तो क्या आप defensive या क्रोधित हो जाते हैं?
- क्या आप किसी investment को ख़रीदने के बाद उसे सही ठहराने के लिए जानकारी खोजते हैं?
- क्या आपके information sources (news, websites, social media) सभी एक ही प्रकार की राय रखते हैं
- क्या आप उन reports को खोलने से भी बचते हैं जिनकी headline आपके विश्वास के विपरीत हो?
यदि इनमें से किसी भी सवाल का उत्तर ‘हाँ’ है, तो यह संभव है कि Confirmation Bias आपके decisions को प्रभावित कर रहा है।
इस मानसिक जाल से बचने के प्रैक्टिकल तरीक़े – Practical Strategies to Overcome Confirmation Bias

अच्छी ख़बर यह है कि सही approach और practice के साथ आप इस mental trap से बच सकते हैं:
- ‘डेविल्स एडवोकेट‘ बनें(Play the Devil’s Advocate): किसी भी investment को करने से पहले, उसे न ख़रीदने के कम से कम तीन कारण खोजने का प्रयास करें। Actively ऐसी information खोजें जो आपके विश्वास को चुनौती देती हो।
- एक Investment Checklist बनाएँ : एक objective checklist बनाएँ, जिसका उपयोग आप हर investment को परखने के लिए करेंगे। इसमें management quality, financial ratios और industry outlook जैसे points होने चाहिए। यह process emotion को decision से बाहर रखता है।
- अपनी Information को Diversify करें : अलग-अलग विचार रखने वाले experts को पढ़ें और सुनें। यदि आप एक ‘bullish’ analyst को सुनते हैं, तो एक ‘bearish’ analyst के arguments को भी समझें।
महान investor Charlie Munger हमेशा कहते थे कि, वह किसी भी विचार को तब तक नहीं समझते, जब तक वह विपक्ष के arguments को बेहतर ढंग से न समझ लें।
- एक इन्वेस्टमेंट डायरी रखें: अपने हर investment के कारण को खरीदेंने से पहले लिखें। यदि future में वह investment ग़लत साबित होता है, तो आप अपनी डायरी देखकर समझ पाएँगे कि आपकी original thinking कहाँ ग़लत थी।
Conclusion
Confirmation Bias एक natural human tendency है, यह आपकी intelligence या ability का प्रतीक नहीं है।
सबसे अनुभवी investors भी इसका शिकार होते हैं। अंतर सिर्फ़ इतना है कि सफल लोग इसके अस्तित्व को स्वीकार करते हैं और इससे लड़ने के लिए मज़बूत financial systems और mental models का निर्माण करते हैं।
अपने विचारों को हमेशा एक “hypothesis” (परिकल्पना) मानें, न कि एक अंतिम “सत्य”। ख़ुद को ग़लत साबित करने के लिए तैयार रहना ही एक smart investor की सबसे बड़ी पहचान है।
जब आप अपने विश्वासों या beliefs पर सवाल उठाना शुरू कर देंगे, तभी आप बेहतर financial decisions लेने की दिशा में पहला सफल क़दम बढ़ाएँगे।
Happy Investing.
People also ask :
Confirmation Bias एक तरह की mental tendency है, जिसमें हम सिर्फ उसी information पर ध्यान देते हैं जो हमारे existing beliefs को support करती है। इसके चलते उन facts और data को ignore कर देते हैं जो हमारी राय के विरुद्ध होंता है।
Investment में इसका सबसे बड़ा risk यह है कि आप अपने losing investments को भी समय पर नहीं बेचते, क्योंकि आप यह मानना नहीं चाहते कि आपका original decision गलत था। यह आपके portfolio को गंभीर नुकसान पहुँचा सकता है।
हाँ, बिल्कुल। यह एक natural human bias है, इसलिए experienced investors भी इससे प्रभावित होते हैं। सफल investors इस bias के बारे में जानते हैं और इससे बचने के लिए disciplined systems और एक investment checklist का उपयोग करते हैं।
अगर आप अपने favorite stock के बारे में कोई negative news सुनकर defensive हो जाते हैं, या आप सिर्फ उन्हीं experts को follow करते हैं जो आपकी सोच से सहमत हैं, तो यह एक clear sign है कि आप Confirmation Bias से प्रभावित हैं।
इसका सबसे effective तरीका है कि आप ‘Devil’s Advocate’ बनें। यानी, कोई भी investment करने से पहले, उस investment को न करने के कम से कम तीन मज़बूत reasons खोजें। यह practice आपको emotional decisions लेने से बचाती है।