ब्लॉकचेन क्या है?-What is Blockchain?

ब्लॉकचेन(Blockchain) “एक नई इकॉनमी(Economy) के लिए ब्लूप्रिंट(Blueprint)” है।

ब्लॉकचेन(Blockchain) अभी एक उभरती हुई टेक्नोलॉजी है, कोडिंग या कंप्यूटर साइंस के कांसेप्ट को जाने बिना यह समझना मुश्किल है कि यह कैसे काम करता है?

इस आर्टिकल में हम ब्लॉकचेन(Blockchain) टेक्नोलॉजी के बारे संक्षिप्त परिचय देंगे।

इस आर्टिकल में क्रिप्टोकुरेंसी(cryptocurrencies) के संभावित उपयोग, काम करने तरीका (Mode of Operation) और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) शामिल हैं।

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी(Blockchain Technology) के कारण ही बिटकॉइन(Bitcoin) ने डिजिटल करेंसी(digital currency) के रूप में काम करना शुरू कर दिया है।

ब्लॉकचेन क्या है?-What is Blockchain in Hindi?

Blockchain

ब्लॉकचेन(Blockchain) , सभी Bitcoin के लेनदेन के लिए एक सार्वजनिक बही खाता (Public Ledger) है।

यह लगातार रूप से बढ़ रहा है जैसे ही कोई नया लेनदेन रिकॉर्ड होता है माइनर(Miners) एक नया ब्लॉक(Block) एड कर देता है(हर 10 मिनट में )। प्रत्येक ब्लॉक(Block) एक लीनियर क्रोनोलॉजिकल आर्डर में ब्लॉकचेन(Blockchain) में जुड़ जाते हैं।

प्रत्येक कंप्यूटर बिटकॉइन(Bitcoin) नेटवर्क से जुड़ा होता है, जो क्लाइंट द्वारा किये लेनदेन को वैलिडेट और रिलेइंग करने का कार्य करता है जिसे एक फुल नोड(Full Node) कहते है।

प्रत्येक फुल नोड(Full Node) एक Blockchain की कॉपी है जिसे ऑटोमेटिकली डाउनलोड किया जाता है जब भी माइनर (Miners) Bitcoin नेटवर्क में शामिल होता है।

ब्लॉकचेन(Blockchain) के पास ब्लॉक(Block) की मोस्ट रिसेंटली कम्प्लेटेड ब्लॉक से लेकर उसके पहले लेनदेन,उसकी जेनेसिस (Genesis) का पता और बैलेंस से संबधित पूरी जानकारी होती है।

एक Public Ledger के रूप में ब्लॉकचेन(Blockchain) का अर्थ है कि किसी विशेष बिटकॉइन(Bitcoin) से जुड़े लेनदेन के बारे में पता कर सकते है। इसकी मदद से ब्लॉक एक्सप्लोरर (जैसे https://blockchain.info/) द्वारा पता किया जा सकता है की किस लेनदेन में आपको अपना पहला बिटकॉइन(Bitcoin) मिला है।

दूसरे शब्दों में, यह ब्लॉक की एक एकल LinkedList है जिसमे प्रत्येक ब्लॉक एक नंबर युक्त लेनदेन है।

यह एक डि-सेंट्रलाइसज(De-centralized) अपरिवर्तनीय डेटा(Data) स्टोर है जिसे एसेट्स(Assets) बनाने और सभी लेनदेन रिकॉर्ड को शेयर करने के लिए नेटवर्क के उपयोगकर्ताओं द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। प्रत्येक लेनदेन की अधिक पारदर्शिता के साथ सभी शामिल पार्टियों पर भरोसा कर आसानी से पूछताछ की जा सकती है।

ब्लॉकचेन(Blockchain) अपरिवर्तनीय है – इसलिए सारी इनफार्मेशन एकसी बनी रहती है जब तक नेटवर्क मौजूद है।

बिटकॉइन(Bitcoin) के इतिहास के अनुसार बिटकॉइन(Bitcoin) की उत्पति 2008 में “सतोशी नाकामोतो” “Satoshi Nakamoto” द्वारा की गई। बिटकॉइन(Bitcoin) के पीछे क्रिएटर्स का मूल मकसद फिजिकल कैश (Physical Cash) की तरह ही पेमेंट सिस्टम(Payment System) को विकसित करना था, जिसमे इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन के साथ साथ फिजिकल कैश (Physical Cash) की विशेषताओं भी शामिल हो।

ब्लॉकचेन कैसे काम करता है? – How Does Blockchain Work?

Blockchain

ब्लॉकचेन(Blockchain) तीन महत्वपूर्ण कॉन्सेप्ट्स से बना होता हैं :-

  • ब्लॉक (Blocks),
  • नोड्स (Nodes), और
  • माइनर (Miners)

ब्लॉक्स (Blocks)

प्रत्येक चेन(chain) में कई ब्लॉक होते हैं और प्रत्येक ब्लॉक में तीन बुनियादी एलिमेंट्स (Basic Elements) होते हैं :-

  1. ब्लॉक में डेटा(data) होता है
  2. एक 32-बिट का पूरा नंबर  होता है जिसे नॉनस(Nonce) कहा जाता है। जब एक ब्लॉक को बनाया जाता है तो नॉनस(Nonce) को रैंडम्ली जनरेट किया जाता है, जो तब एक ब्लॉक हेडर हैश (Block Header Hash) जनरेट करता है।
  3. हैश(Hash) एक 256-बिट नंबर नॉनस(nonce) से तैयार होता है। जो बड़ी संख्या में जीरो से शुरू होता है।

जब एक चेन का पहला ब्लॉक बनाया जाता है, तो एक नॉनस(Nonce) क्रिप्टोग्राफिक हैश(Cryptographic Hash) उत्पन्न करता है। ब्लॉक में डेटा को साइंड कंसीडर किया जाता हैं, जो हमेशा के लिए नॉनस(Nonce) और हैश (Hash) से बंधे होते हैं जब तक कि माइन(Mine) नहीं किया जाता है।

माइनर (Miners)

माइनर(Miners) द्वारा चेन के नए ब्लॉक बनाये जाते है। जिसे माइनिंग(Mining) कहते है।

एक Blockchain में प्रत्येक ब्लॉक का अपना यूनिक नॉनस(Nonce) और हैश(Hash) होता है, लेकिन चेन में पिछले ब्लॉक के हैश(Hash) का भी रिफरेन्स होता है। इसलिए बड़ी चेन में ब्लॉक के लिए माइनिंग करना आसान नहीं है।

माइनर्स(Miners) नॉनस(Nonce) की खोज में काम्प्लेक्स मैथ्स प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए एक विशेष सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हैं जो एक्सेप्टेड हैश(hash) को उत्पन्न करता है। क्योकि नॉनस(Nonce) केवल 32 बिट्स है और हैश (Hash) 256 होने के कारण एक सही ब्लॉक को बनाने या खोजने के लिए लगभग चार बिलियन पॉसिबल नॉनस-हैश (Nonce-Hash) कॉम्बिनेशंस(Combinations) की माइनिंग(Mining) करनी होती है।

जब ऐसा होता है तो कहा जाता है कि “गोल्डन नॉनस“(“Golden Nonce”) ढूंढा गया है और उनके ब्लॉक को चेन में जोड़ा जाता है। गोल्डन नॉनस (Golden Nonces) को ढूंढने में समय और बड़ी मात्रा कंप्यूटिंग पावर की आवश्यकता होती है।

किसी भी ब्लॉक में बदलाव या परिवर्तन करने के लिए चेन में पहले से उपस्थित सभी ब्लॉक की माइनिंग करने की आवश्यकता होती है। यही कारण है कि ब्लॉकचेन(Blockchain) टेक्नोलॉजी में हेरफेर करना बेहद मुश्किल है।

जब एक ब्लॉक सफलतापूर्वक माइन किया जाता है तो इस परिवर्तन को नेटवर्क के सभी नोड्स द्वारा स्वीकार किया जाता है और माइनर को फाइनेंसियल रूप से पुरस्कृत किया जाता है।

नोड्स (Nodes)

ब्लॉकचेन(Blockchain) टेक्नोलॉजी में सबसे महत्वपूर्ण कॉन्सेप्ट्स में से एक है डि-सेंट्रलाइज़ेशन (decentralization)।

कोई भी कंप्यूटर या आर्गेनाइजेशन(Organisation) चेन(Chain) का मालिक नहीं हो सकता है। यह चेन(Chain) से जुड़े नोड्स (Nodes) के माध्यम से एक वितरित लेजर (Distributed Ledger) है। नोड्स (Nodes) किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस हो सकता है जो ब्लॉकचेन(Blockchain) की कॉपी बनाए रखता है और नेटवर्क काम करता रहता है।

ब्लॉकचेन(Blockchain) ट्रांसपरेंट्स होता हैं, इसलिए लेजर में प्रत्येक एक्शन को आसानी से चेक किया या देखा जा सकता है। चेक-एंड-बैलेंस (Checks and Balances)सिस्टम के साथ पब्लिक इनफार्मेशन (Public Information) का कॉम्बिनेशन(Combination) ब्लॉकचेन(Blockchains) की अखंडता(Integrity) बनाए रखने और यूजरर्स  के बीच विश्वास पैदा करने में मदद करता है।

ब्लॉकचेन(Blockchain) पर लेनदेन करने के लिए आपको एक वॉलेट (Wallet) की आवश्यकता है, जो आपको अपने बिटकॉइन(Bitcoin) को स्टोर और एक्सचेंज करने की अनुमति देता है। प्रत्येक वॉलेट(Wallet) को एक विशेष क्रिप्टोग्राफिक(cryptographic) मेथड द्वारा प्रोटेक्टेड किया जाता है जो प्राइवेट और पब्लिक कीय (Private and Public Key) के यूनिक जोड़ी का उपयोग करता है।

अपने वॉलेट(Wallet) की प्राइवेट कीय(Private Key) के साथ लेनदेन की रिक्वेस्ट को एन्क्रिप्ट(Encrypting) करने पर आप एक डिजिटल सिग्नेचर उत्पन्न करते हैं, जिसका उपयोग ब्लॉकचेन(Blockchain) कंप्यूटर द्वारा सोर्स को दोबारा जांचने और लेनदेन की प्रामाणिकता की जांच करने के लिए किया जाता है।

डिजिटल सिग्नेचर टेक्स्ट की एक स्ट्रिंग है, जो आपके लेनदेन रिक्वेस्ट और आपकी प्राइवेट कीय(Private key) के कॉम्बिनेशन का परिणाम है, इसलिए इसका उपयोग अन्य लेनदेन के लिए नहीं किया जा सकता है।

यदि आप लेनदेन या टांसक्शन्स(Transactions) रिक्वेस्ट में एक करैक्टर को बदलते हैं तो डिजिटल सिग्नेचर बदल जाएगा, इसलिए कोई भी पोटेंशियल हैकर(Potential Hacker) आपके लेनदेन के रिक्वेस्ट को नहीं बदल सकता है।

ब्लॉकचेन कितने प्रकार के होते है ? – How many Types of Blockchain ?

ब्लॉकचेन(Blockchain) चार प्रकार के हैं : –

1. सार्वजनिक ब्लॉकचेन – Public Blockchain

पब्लिक ब्लॉकचेन(Public Blockchain) ओपन, डि-सेंट्रलाइज़(De-centralized) कम्प्यूटर्स नेटवर्क हैं, जिसे कोई भी एक्यूरेसी(Acuracy) के साथ लेनदेन की रिक्वेस्ट करने या वैलिडेट करने के लिए यूज़ कर सकता हैं। जो माइनर (Miners) लेनदेन या ट्रांसक्शन को वैलिडेट करते हैं, उन्हें रिवार्ड्स प्राप्त होते हैं।

पब्लिक ब्लॉकचेन(Public Blockchain) प्रूफ-ऑफ-वर्क(Proof-of-Work) या प्रूफ-ऑफ-स्टेक(Proof-of-stake) सर्वसम्मति मैकेनिज्म का उपयोग करते हैं।

उदाहरण के लिए बिटकॉइन(Bitcoin) और ईथरियम(ईटीएच)Ethereum (ETH) एक पब्लिक पब्लिक ब्लॉकचेन (Public Blockchain) है।

2. निजी ब्लॉकचेन – Private Blockchain

प्राइवेट ब्लॉकचेन(Private Blockchain) ओपन नहीं होते है। इनको रेस्ट्रिक्शन्स के साथ एक्सेस किया जाता है। ये सेंट्रलाइज(Centralize) गवर्नड(Governed) होते है। इनके लेनदेन या ट्रांसक्शन को वैलिडेट करने के लिए सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर(System Administrator) के परमिशन की आवश्कता होती है।

उदाहरण के लिए, हाइपरलेजर(Hyperledger) एक प्राइवेट ब्लॉकचेन(Private Blockchain) है।

3. हाइब्रिड ब्लॉकचेन या कंसोर्टियम – Hybrid Blockchain or Consortiums

कंसोर्टियम पब्लिक और प्राइवेट ब्लॉकचैन(Blockchain) का कॉम्बिनेशन(Combination) है और इसमें सेंट्रलाइज(Centralized) और डि-सेंट्रलाइज(De-centralized) दोनों की विशेषताएं (Features) शामिल हैं।

उदाहरण के लिए, एनर्जी वेब फाउंडेशन(Energy Web Foundation), ड्रैगनचेन(Dragonchain), और आर 3(R3) हाइब्रिड ब्लॉकचेन(Blockchain) या कंसोर्टियम है।

4. साइडचेन – Sidechains

साइडचेन एक ब्लॉकचेन(Blockchain) है जो मेन चेन के पैरेलल(Parallel) चलता है। यह यूजरर्स को दो अलग-अलग ब्लॉकचैन(Blockchain) के बीच डिजिटल एसेट्स को ट्रांसफर करने और स्केलेबिलिटी(scalability) की अनुमति देता है।

उदाहरण के लिए लिक्वीड नेटवर्क (Liquid Network) एक साइडचेन ब्लॉकचेन(Blockchain) है।

ब्लॉकचेन के क्या लाभ हैं?-What Are the Benefits of Blockchain?

ब्लॉकचेन(Blockchain) के बेनिफिट्स निम्न है :-

  • भरोसेमंद (Trustless) :-  ब्लॉकचेन(Blockchain) अपरिवर्तनीय है और अननोन(Unknown) कॉउंटरपार्टीज़ के बीच आटोमेटिक रूप से लेनदेन या ट्रांसक्शन्स करता है। लेनदेन तभी एक्सेक्यूट होता है जब दोनों पार्टीज के प्रोग्राम की कंडीशंस मैच करती है।
  • अस्थिर (Unstoppable) :- एक बार ब्लॉकचेन(Blockchain) प्रोटोकॉल में प्रोग्राम की गई कंडीशंस मैच होने के बाद लेनदेन या ट्रांसक्शन्स को चेंज या बंद नहीं किया जा सकता है। यह एक्सेक्यूट होने पर कोई भी इसे रोक नहीं सकता  है।
  • अपरिवर्तनीय (Immutable) :- एक ब्लॉकचेन(Blockchain) पर रिकॉर्ड्स को बदला या छेड़छाड़ नहीं किया जा सकता है। इसलिए बिटकॉइन(Bitcoin) को कभी हैक नहीं किया जा सकता है।
  • डि-सेंट्रलाइज़ (Decentralized) :- डि-सेंट्रलाइज़ आवश्यक है क्योंकि यह सुनिश्चित करता है कि लोग सिस्टम को आसानी से एक्सेस करने के लिए प्लेटफार्म पर पहुंच सकें।
  • कम लागत (Lower Cost) :- ट्रेडिशनल फाइनेंस सिस्टम में लेनदेन या ट्रांसक्शन्स को प्रोसेस  करने के लिए थर्ड पार्टी जैसे बैंकों को भुगतान करते हैं। ब्लॉकचेन(Blockchain) इन इंटरमेडियरीज (Intermediaries) को समाप्त करता है और फीस को कम करता है।
  • पीयर-टू-पीयर (Peer-to-Peer) :- बिटकॉइन(Bitcoin) जैसी क्रिप्टोकुरेंसी(Cryptocurrencies) को आप दुनिया में कहीं भी किसी भी व्यक्ति को बिना किसी इण्टरमीडीआरी (Intermediary) जैसे बैंक आदि और बिना किसी हैंडलिंग फीस के भेज सकते है।
  • पारदर्शी (Transparent) :- पब्लिक ब्लॉकचेन(Blockchain) एक ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर (Open-source software) हैं। इसे कोई भी लेनदेन या ट्रांसक्शन और उनके सोर्स कोड को देखने के लिए एक्सेस कर सकता है।
  • यूनिवर्सल बैंकिंग (Universal Banking) :- ग्लोबली 2 बिलियन लोगों के पास बैंक अकाउंट नहीं है। कोई भी पैसा स्टोर करने के लिए ब्लॉकचेन(Blockchain) तक पहुंच सकता है।

ब्लॉकचेन के क्या नुकसान हैं?- What Are the Disadvantages of Blockchain?

पब्लिक ओपन सोर्स ब्लॉकचेन के अपने खतरे और चुनौतिया हैं। कुछ चुनौतिया निम्न प्रकार से है :-

  • पर्यावरणीय प्रभाव (Environmental Impact) :- बिटकॉइन(Bitcoin) जैसे ब्लॉकचेन(Blockchain) नेटवर्क लेनदेन या ट्रांसक्शन्स को वैलिडेट करने के लिए बहुत सारी बिजली का उपयोग करते हैं, जिससे एनवायर्नमेंटल कंसर्नस (Environmental Concerns) बढ़ता है। उदाहरण के लिए बिटकॉइन(Bitcoin) एक छोटे, मीडियम आकार के यूरोपीय देश की तुलना में अधिक बिजली का उपभोग करता है।
  • व्यक्तिगत जिम्मेदारी (Personal Responsibility) :- ब्लॉकचेन(Blockchain) और क्रिप्टोकुरेंसी के सबसे महत्वपूर्ण फायदे ही इसकी सबसे बड़ी कमजोरी है। जब आप माइनिंग द्वारा पब्लिक ओपन-सोर्स ब्लॉकचेन(Blockchain) में या क्रिप्टोकुरेंसी खरीदकर इन्वेस्ट करते हैं और इसे अपने क्रिप्टोकुरेंसी वॉलेट में स्टोर करते हैं  जिसे आप यूजर आई डी  और पासवर्ड से एक्सेस कर सकते हैं। केवल आप ही अपने पैसे को नियंत्रित कर सकते हैं।

आप अपने बैंक हैं और यह बहुत अच्छा है! लेकिन यदि आप अपने seed phrases को खो देते हैं तो इन्हे प्राप्त करने का कोई सोर्स नहीं है । ऐसा कोई तरीका नहीं है की उन seed phrases को वापस रिकवर किया जा सके। इस तरह आपका पैसा हमेशा के लिए खो जाता है।

अनजाने में, बिटकॉइन का एक बड़ा हिस्सा परमानेंटली रूप से खो गया है। कुछ अनुमानों के मुताबिक वर्तमान में बिटकॉइन(Bitcoin) का 20% या 3.7 मिलियन शायद हमेशा के लिए खो गया है।

  • झूठी कथाएँ (False Narratives) – फाल्स नैरेटिव्ज़ :- कुछ क्रिप्टोकुरेंसी निस्संदेह गैरकानूनी गतिविधि में उपयोग की जाती हैं। सबसे प्रसिद्ध उदाहरण सिल्क रोड है। लोगों ने बिटकॉइन का उपयोग Money laundering और ड्रग्स खरीदने में करते है।

सारांश

वास्तविक दुनिया में रहने और तेजी से क्रॉस बॉर्डर पेमेन्ट और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) आवश्यकता है।

चूंकि अधिकांश कंपनियों को एहसास है कि ब्लॉकचेन(Blockchain) कैसे मदद कर सकता है? वे इस टेक्नोलॉजी में अधिक रिसोर्सेज , पैसा और समय इन्वेस्ट करेंगे और अधिक उपयोग करेंगे।

हमें आशा है कि इस आर्टिकल ने आपको ब्लॉकचेन(Blockchain के बारे में दोस्तों और परिचितों के साथ बातचीत करने का विश्वास दिया होगा। आप इस पर अपने विचार निचे कमेंट बॉक्स में रख सकते है।

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ब्लॉकचेन(Blockchain) क्या है?

ब्लॉकचेन(Blockchain) कंप्यूटर के क्लस्टर द्वारा डिस्ट्रिब्यूटेड और मैनेज्ड डेटा का एक अपरिवर्तनीय टाइम स्टेम्पड सीरीज रिकॉर्ड है।

ब्लॉकचेन(Blockchain) को कौन नियंत्रित करता है?

एक ओपन ब्लॉकचेन (Blockchain) नेटवर्क में कोई सेन्ट्रल अथॉरिटी नहीं होती है। यह एक डि-सेंट्रलाइज़ सिस्टम है। चूंकि यह एक शेयर्ड और अपरिवर्तनीय लेजर है, इसलिए इसमें जानकारी सभी के देखने के लिए ओपन है।

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) के 3 पिल्लर्स(Pillars) कौनसे हैं?

1. डि-सेंट्रलाइजेशन (Decentralization)
2. ट्रांसपेरेंसी (Transparency)
3. अपरिवर्तनीय (Immutability)

ब्लॉकचेन(Blockchain) किसके लिए उपयोग किया जाता है?

प्रारंभ में ब्लॉकचेन(Blockchain) को बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकुरेंसी के लिए इस्तेमाल किया गया। अब इनका उपयोग फाइनेंस, रियल एस्टेट और हेल्थ सहित कई उद्योगों में होता है।

5 thoughts on “ब्लॉकचेन क्या है?-What is Blockchain?”

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